
समान नागरिक संहिता से सब का विकास-डॉ एच सी विपिन कुमार जैन
मां सरस्वती शिक्षा समिति के संस्थापक डॉ एच सी विपिन कुमार जैन ने कहा कि समान नागरिक संहिता आम नागरिक की आकांक्षाओं के अनुरूप है। जो उत्तर प्रदेश की मातृशक्ति के सशक्तिकरण के साथ एक बेहतर सुरक्षित ,संगठित, सशक्त और समृद्ध समाज के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। समान नागरिक संहिता माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के मूल मंत्र सबका साथ सबका विकास और एक भारत -श्रेष्ठ भारत की दिशा में उठाया गया ऐतिहासिक कदम है।
उत्तर प्रदेश में अनुशासन एवं देशभक्ति की भावना बढ़ने से विकास की गति और तेज होगी।
थिंक मानवाधिकार संगठन की एडवाइजरी बोर्ड मेंबर डॉ कंचन जैन ने कहा किसमान नागरिक संहिता का उद्देश्य कानूनों का एक समान सेट प्रदान करना है जो सभी नागरिकों पर समान रूप से लागू होते हैं, चाहे वे किसी भी धर्म के हों। समान नागरिक संहिता एक पंथनिरपेक्ष कानून होता है जो सभी धर्मों के लोगों के लिए समान रूप से लागू होता है।
इस कानून के तहत सभी नागरिकों के लिए समान अधिकारों को बनाए रखने की अनिवार्यता के साथ अपनी व्यक्तिगत मान्यताओं का पालन करने के व्यक्तियों के अधिकारों को संतुलित करने का एक प्रयास है।
शार्क फाउंडेशन की तहसील प्रभारी डॉ एच सी अंजू लता जैन, जय भोले सेवा समिति की प्रदेश अध्यक्ष शिवानी जैन एडवोकेट,संरक्षक डॉक्टर आरके शर्मा, निदेशक डॉक्टर नरेंद्र चौधरी, डॉ आरके जैन, ज्ञानेंद्र चौधरी एडवोकेट, आलोक कुमार एडवोकेट, इं आकाश जैन, इं नितिन जी आदि ने समान नागरिक संहिता की सराहना करते हुए कहा कि समान नागरिक- समान अधिकार है।
माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदीजी ने कहा था कि भारत दो कानूनों पर नहीं चल सकता और भारत के संविधान में भी नागरिकों के समान अधिकार की बात कही गई है।